Tuesday, October 30, 2012
29 OCT 2012: LATEST NEWS ABOUT RCM

सर्वर मिलतें ही चालू होगी आरसीएम
Courtesy: Dainik Lokjeevan, Bhilwara – 29 October 2012भीलवाड़ा। लगभग एक साल पहले चिटफण्ड कम्पनी मानते हुए पुलिस द्वारा छापामार कार्यवाही के बाद से बन्द पड़ी आरसीएम कम्पनी जल्द ही गाईड लाईन के अनुसार चालू होगी। बस इंतजार है कंपनी को सर्वर मिलने का।
आर.सी.एम. के संचालक त्रिलोक चंद छाबड़ा ने बताया कि चित्तौड़ रोड़ स्थित आरसीएम कम्पनी सरकार द्वारा गाईड लाईन दिये जाने के बाद फिर से जल्द ही चालू हो जायेगी। कम्पनी में साफ सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है।
छाबड़ा ने बताया की पुलिस कार्यवाही के दौरान सीज किया गया सर्वर अभी नहीं मिल पाया है। कंपनी ने जांच के लिए एफएसएल भेजे गए सर्वर को हांसिल करने के लिए प्रयास शुरू कर दिये गये है। कोर्ट ने भी सर्वर देने के आदेश दे दिये है। संभावना यह है कि जल्द ही सर्वर मिल जायेगा और इसी के साथ कंपनी नई गाईड लाईन के आधार पर फिर से शुरू हो जायेगी। कंपनी के 1 करोड़ 31 लाख सदस्यों को कंपनी के चालू होने की घड़ी का बेशब्री से इंतजार है।
आरसीएम के बन्द होने से कंपनी के साथ साथ भीलवाड़ा को भी बड़ा आर्थिक झटका लगा है। शहर में जमीनों की कीमतें जमीन पर आ गई और कई भू माफिया और बिल्डर की आर्थिक स्थिति काफी गड़बड़ा गई है अब यह माना जा रहा है कि अगले छ: माह में शहर की आर्थिक स्थिति फिर सुधरने लगेगी।
DISTRICT BUNDI, RAJASTHAN ME BIKE RALLY KI SHURUWAT ME

28 OCT 2012: LATEST NEWS ABOUT RCM

ईलाहाबाद आरसीएम साथियों को संबोधित करते हुये Shivam Dubey जी (26 अक्तूबर 2012) Ajay Rana Mumbai और Rajan Bilga दोनों भाइयों के प्यार,समर्पण,जज्बे को सलाम…..
आरसीएम के अच्छे, सच्चे और ईमानदार सेवकोँ के और कितने इम्तिहान अभी बाकी हैँ. कुछ समझ मेँ नहीँ आ रहा.
कल रात पंजाब मेँ मेरे छोटे भाई RAJAN BILGA के PUC मेँ चोरी हो गई. PUC मेँ चोरी करने लायक सामान बचा नहीँ था. इस लिये चोर Computer उठाकर ले गये.
पिछले 10 महीनोँ मेँ PUC वालोँ पे क्या गुज़री है, ये हम सब जानते हैँ. उनके हालात जीने लायक नहीँ थे. फिर भी मेरा भाई अपने हालात से भी लड़ता रहा और सरकार से भी ल
ड़ता रहा. वोह आरसीएम के हर आंदोलन मेँ शामिल रहा. वोह आरसीएम के फिर चालू होने से बहुत ख़ुश था और पक्के बिल बनाने के लिये बहुत बेचैन था. मैँ जानता हूँ कि अब उसके लिये नया Computer लेना कितना मुश्किल है, लेकिन वोह हार मानने वाला नहीँ है. वोह हर हाल मेँ लड़ना जानता है. इस लिये मैँ उसको सलाम करता हूँ.
सिर्फ उसके कारण मैँ आरसीएम मेँ आया और पिछले 10 महीने से मैँ किसी न किसी रूप मेँ आरसीएम की लड़ाई मेँ शामिल रहा. मैँ पिछले आठ साल से जो काम कर रहा था, उसको छोड़कर जयपुर आंदोलन मेँ क़रीब 100 दिन रहा और आर्थिक रूप से ज़ीरो हो गया.
यहाँ ये सब लिखने का एक ही मक़सद है कि हम सबने आरसीएम के लिये बहुत क़ुर्बानियाँ दी हैँ. हमने आरसीएम को फिर शुरू करने के लिये बहुत-बहुत क़ीमत चुकाई है. अब RCDWA के ज़रिये आरसीएम हमारा है. RCDWA मतलब कि हम लोग.
अब कुछ ही बड़े लीडरोँ के लिये तालियाँ और चापलूसी बंद होनी चाहिये. अब हम लाखोँ आरसीएम सेवक ज़िंदाबाद हैँ, अब हमेँ सिर्फ हमारा RCM और RCDWA ज़िंदाबाद ही बोलना चाहिये.
मेरे छोटे भाई RAJAN BILGA जैसे जितने भी आरसीएम सेवक हैँ, मैँ उन सभी को दिल से सलाम करता हूँ…
VIJAY RCM…
RCDWA ZINDABAAD…
26 OCT 2012: LATEST NEWS ABOUT RCM

आर .सी .एम वर्ल्ड में साफ़ सफाई चल रही है,कई प्रोडक्शन यूनिट फिर चालू हो चुकी है सभी तैयारियां जोरों से चल रही है .अभी पहली प्राथमिकता पि .यु .सी .की बिलिंग चालू करवाने की है जिसमे कुछ क़ानूनी प्रक्रियाएं हैं वो जल्द से जल्द हो जाये इसमे कंपनी के सभी लोग और सभी जिम्मेदार साथी लगे हुए हैं। टी सी जी पूरी जिम्मेदारी के साथ बिना एक भी पल व्यर्थ गंवाए प्रयासरत हैं की सभी को उनका हक जल्द से जल्द मिले। समय
अपने हाथ में नहीं है मगर कोशिश है की 6-7 दिनों में बिलिंग चालू हो जाये
Q . अभी हमारी जिम्मेदारी क्या है
ANS .हमारा काम
1) सभी पि . यु .सी .शौपिंग पॉइंट एवं बाज़ार से संपर्क बनायें उन्हें बताएं कंपनी उनके हित के लिए भी गंभीरता से विचार कर रही है कुछ न कुछ उनके लिए पहले से बेहतर होगा . और ये भी बताएं की इतने संघर्ष के साथ ये जीत मिली है इसमे उन्होंने भी धैर्य रखकर हमारा बहुत साथ दिया है अब हम सब उनके साथ हैं
2)बिलिंग चालू होते ही सभी कच्चे बिलों को ढूंढ़ ढूंड कर पक्का करने में उनका साथ दें
3)सभी डाउनलाइन से संपर्क बनाना शुरू कर दें
शुभकामनायें
जय आर .सी .एम
170din bad Himachal me rcm andolankario or krantikario ka shimla me gramjosh me swagat

23 OCT 2012: LATEST NEWS ABOUT RCM

आवश्यक सूचना
प्रिय डिस्ट्रीब्यूटर,जिन डिस्ट्रीब्यूटर के रिवार्ड कार्ड की समय सीमा समाप्त हो गयी हो या जिनको अपना नया बैंक अकाउंट नंबर दर्ज कराना हो तो वे डिस्ट्रीब्यूटर अपने बैंक अकाउंट की कैन्सल चेक (ओरिजिनल ) ,जिसमे की नाम प्रिंटेड हो या बैंक स्टेटमेंट प्रमाणित किया हुआ, कम्पनी मे भेजे ! स्टेटमेंट/चेक के पीछे अपना डिस्ट्रीब्यूटर नंबर, नाम व मोबाइल नंबर अवश्य लिखे, ताकि आपका पेमेंट ट्रान्सफर किया जा सके !
Courtesy: rcmbusiness.com – As seen on 23 Oct 2012


Central government may prod states to control direct selling, MLM business
Courtesy: The Economic Times, New Delhi – 22 Oct 2012NEW DELHI: The central government may ask states to pass special Acts for regulating direct selling and multilevel marketing (MLM) companies operating in the country. It has ruled out enacting a central law to control these companies.
An inter-ministerial committee, set up to consider framing legislation and rules to regulate the highly-unregulated direct selling and MLM businesses, in its report has said that the subject relating to MLM companies relates to state governments and state police have sufficient powers to take action against such companies under Prize Chit and Money Circulation Schemes (Banning) Act 1978. The committee found that the sale of goods by these companies can be regulated under the Indian Contracts Act, Sale of Goods Act and Consumer Protection Act which legally bind these companies to deliver products in the interest of consumers.
“Fourteen states have passed special Acts with regard to MLM. Other states can also be requested to follow. The state police are also sufficiently empowered to take legal action against these companies. There is no need to enact a central law to regulate these companies,” the committee says in its report.
The committee has also recommended designating the Department of Financial Services as the nodal department to deal with matters relating to multilevel marketing schemes.
“There is a need to formulate guidelines for their operation and such companies need to be defined clearly. The Department of Financial services will formulate and circulate guidelines for these companies in consultation with SEBI, ministry of law and other concerned ministries,” the report says.
The committee, however, didn’t consider including the definition of direct selling, multilevel marketing and pyramid scheme in the Prize, Chits and Money Circulation Schemes (Banning) Act, 1978 saying that the matter is being examined by Department of Financial Services.
This is a long-pending demand of direct selling companies like Avon, Amway, Oriflame and Tupperware which will differentiate these companies from chit funds and other multilevel marketing companies working without any tangible product.
Monday, October 29, 2012
Subscribe to:
Posts (Atom)