
कल यानि 21 अगस्त 2012 को रात भर हुयी तेज बारिश में उध्योग मैदान में घुटनों तक पानी भर गया…. लेकिन आंदोलनकारियों ने अपनी हिम्मत नहीं हारी… ज्यादा पानी भर जाने से रात को ही ज़्यादातर आंदोलनकारियों को सुरक्षित जगह पहुचा दिया ….. लेकिन प्रशाशन को कुछ भी नजर नहीं आया… अभी भी नजर अंदाज़ किया जा रहा है… सरकार और प्रशाशन आखिर कब तक अंधा बनके बैठा रहेगा….. ? ये राजस्थान का मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत कैसा मुख्यमंत्री है जिन्हें आंदोलनकारियों के दर्द का अहसास तो होता है लेकिन वो कुछ भी कर नहीं सकते …. क्या राजधर्म निभाते समय मानवता मर जाती है ? विजय आरसीएम… जय आरसीएम…





