Courtesy: Daily News, Jaipur – 14 Aug 2012
“आप लोगों की तकलीफ मुझे मालूम है। प्रकरण का परीक्षण करवा रहे हैं। बहुत जल्द ही आप लोगों को सही जानकारी मिलेगी”। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को उद्योग मैदान में धरना दे रहे आरसीएम कार्यकर्ताओं से यह बात कही। पेंशनर्स से मिलने गए गहलोत आरसीएम के धरने की तरफ मुड़ गए और कार्यकर्ताओं से बातचीत की।



Courtesy: Dainik Bhaskar, Jaipur – 13 Aug 2012
जयपुर। स्टेच्यू सर्किल स्थित उद्योग मैदान पर सोमवार को दो घटनाएं अचानक हुई। दोनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जुड़ी थीं। वे अचानक पेंशन परिषद की ओर से राज्य भर के बुजुर्गों की सभा में पहुंचे। यहीं नहीं, यहां से लौटते समय वे पास ही 99 दिन से चल रहे आरसीएम डिस्ट्रीब्यूटर्स के धरने पर भी पहुंच गए।
असल में अरुणा राय के नेतृत्व में चल रही बुजुर्गों की सभा में जब मुख्यमंत्री अपनी बात रख रहे थे, राजस्थान आरसीएम कंज्यूमर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को अपने धरने पर भी रोके जाने का विचार बना। जब सीएम लौटे तो वे खुद ही वहां रुक गए। वे धरने पर पहुंचे, पदाधिकारियों की बात सुनी और कहा, हमने मुख्य सचिव को कहा है कि कोई रास्ता निकालें। आपकी समस्या का समाधान हो। मामला उलझा हुआ है। जो प्लान हमने बनाया था, आपके वकील को पसंद नहीं आया। फिर भी हमारा प्रयास है, आपकी समस्या का समाधान हो। यह कानूनी लड़ाई का मामला है, हम एकदम समस्या का समाधान नहीं कर सकते। इस बीच तेज बारिश शुरू हो गई और गहलोत अपनी बात पूरी कर निकल गए।
“आप लोगों की तकलीफ मुझे मालूम है। प्रकरण का परीक्षण करवा रहे हैं। बहुत जल्द ही आप लोगों को सही जानकारी मिलेगी”। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को उद्योग मैदान में धरना दे रहे आरसीएम कार्यकर्ताओं से यह बात कही। पेंशनर्स से मिलने गए गहलोत आरसीएम के धरने की तरफ मुड़ गए और कार्यकर्ताओं से बातचीत की।



वे रोकते, उससे पहले ही गहलोत रुक गए धरने पर
Courtesy: Dainik Bhaskar, Jaipur – 13 Aug 2012
जयपुर। स्टेच्यू सर्किल स्थित उद्योग मैदान पर सोमवार को दो घटनाएं अचानक हुई। दोनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जुड़ी थीं। वे अचानक पेंशन परिषद की ओर से राज्य भर के बुजुर्गों की सभा में पहुंचे। यहीं नहीं, यहां से लौटते समय वे पास ही 99 दिन से चल रहे आरसीएम डिस्ट्रीब्यूटर्स के धरने पर भी पहुंच गए।
असल में अरुणा राय के नेतृत्व में चल रही बुजुर्गों की सभा में जब मुख्यमंत्री अपनी बात रख रहे थे, राजस्थान आरसीएम कंज्यूमर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को अपने धरने पर भी रोके जाने का विचार बना। जब सीएम लौटे तो वे खुद ही वहां रुक गए। वे धरने पर पहुंचे, पदाधिकारियों की बात सुनी और कहा, हमने मुख्य सचिव को कहा है कि कोई रास्ता निकालें। आपकी समस्या का समाधान हो। मामला उलझा हुआ है। जो प्लान हमने बनाया था, आपके वकील को पसंद नहीं आया। फिर भी हमारा प्रयास है, आपकी समस्या का समाधान हो। यह कानूनी लड़ाई का मामला है, हम एकदम समस्या का समाधान नहीं कर सकते। इस बीच तेज बारिश शुरू हो गई और गहलोत अपनी बात पूरी कर निकल गए।

